अक्टूबर 6, 2024

बोगस कंपनियां चलने वाले कारोबारियों पर इनकम टैक्स की रेड खत्म,

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लुधियाना (पूजा भारद्वाज )

इनकम टैक्स के इन्वेस्टिगेशन विंग ने फर्जी एंट्री प्रोवाइडर और बोगस कंपनीज के जरिए टैक्स चोरी करने के मामले में लुधियाना के कारोबारियों पर चल रही छापामारी रविवार को खत्म हो गई। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से इस मामले में लुधियाना के पक्खोवाल रोड स्थित सेंट्रल ग्रीन कॉलोनी में रहने वाले दो लोगों पर के तीन से चार परिसरों पर बीते तीन दिनों ये कार्रवाई चल रही थी। विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्च के दौरान भारी मात्रा में बोगस दस्तावेज कैश ,ज्वेलरी फर्जी फर्मो के दस्तावेज , कैश एंट्री के दस्तावेज़ बरामद हुए है। जिसमें मुख्य रूप से एक धागा व होजरी कारोबारी रोहित साही के पक्खोवाल रोड स्थित सेंटरा ग्रीन कॉलोनी व करन चावला के घर स्थानीय पखोवाल रोड पर और कार्यालय एवं फैक्ट्री की सर्च की गई है। बता दिया जाए, कि यह दबिश मार्च माह में एंट्री प्रोवाइडरों पर हुई दबिश के संदर्भ में हुई है। जिसमें विभाग ने बोगस एंट्री प्रोवाइडर के नेक्सस को पकड़ा था। बताया जाता है कि इन दोनों आरोपियों की ओर से लगभग दो दर्जन के करीब बोगस फर्म चलाई जा रही थी। बड़ी बात है कि इस मामले में जीएसटी विभाग की ओर से करवाई में ढील मुल रवैया अपनाया जा रहा था, लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से इस पूरी धांधली का पर्दाफाश कर दिया गया। उल्लेखनीय है, कि एंट्री दो प्रकार की होती है, पहली जिसमें ब्लैक मनी को वाइट करने के लिए कैश देकर बैंक एंट्री में पैसे वापिस लेते है, और वहीं दूसरी फर्में अपने प्रॉफिट को दबाने के लिए बोगस एंट्री का सहारा लेती है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त फर्मे एक्सपेंस परचेस (खर्चा की खरीद) करती है। जिसमें टैक्स कम करने के लिए उक्त फर्म अपने खर्चा ही अधिक दिखा देती थी, जिससे उनका प्रॉफिट कम हो जाता था और उनका टैक्स कम बनता था। यह कंपनी खर्चा बुक करने के लिए इन एंट्री प्रोवाइडर से कमीशन देकर एंट्री लेते है और कैश वापस प्राप्त कर लेते है। जबकि वास्तव में कुछ भी लेनदेन नहीं होता। जिक्र योग है, कि यह एंट्री प्रोवाइडर अपना कमीशन रखकर फर्मों को फेक एंट्री मुहैया करवाते है। उदाहरण के लिए यदि किसी फर्म को 100 रुपए की एंट्री चाहिए , तो उक्त एंट्री प्रोवाइडर अपनी 2 फीसदी कमीशन रख कर एंट्री दिखा देता है और 98 रुपए फर्म को वापिस कर देता है। विभाग आगे से आगे नेटवर्क जोड़ कर कार्रवाई कर रहा है। बताया जाता है कि यह पूरा नेटवर्क मंडी गोबिंदगढ़ से ही चलाया जा रहा है, जिसमें लुधियाना के कई कारोबारी और बोगस फर्म चलने वाले लोगों की मिली भगत है और लुधियाना के कई बड़े कारोबारियों पर जल्द इस कार्रवाई के घेरे में आ सकते हैं। * सूत्रों के अनुसार इस पूरी मनी ट्रेल के मास्टर माइंड मंडी गोबिंदगढ़ बैठ कर इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे है। जिसमें कई बड़े स्क्रैप इंडस्ट्री , स्टील इंडस्ट्री , मेटल इंडस्ट्री से जुड़े हुए घरानों का नाम सामने का रहा है। इसके साथ कई चार्टर्ड अकाउंटेंट (सी.ए) का भी नाम सामने आया है, जो इसमें संलिप्त पाए गए है, इसके साथ कई सी ए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बोगस ऑडिट करने को लेकर भी बात सामने आई है।

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