प्रो मोहन सिंह मेमोरियल फाउंडेशन ने मनाया स. जगदेव सिंह जस्सोवाल का जन्मदिन
स. जगदेव सिंह जस्सोवाल के जन्मदिन के अवसर पर हर साल पंजाबी संस्कृति को बढ़ावा देने में योगदान देने वाले शख्सियत को किया जाएगा सम्मानित
लुधियाना, 30 अप्रैल: (Public post tv)
पंजाबी विरासत के बाबा बोहड़ स्व. स. जगदेव सिंह जस्सोवाल का आज 89वां जन्मदिन प्रो. मोहन सिंह मेमोरियल फाउंडेशन ने स्थानीय गुरदेव नगर स्थित उनके आवास आलना में उनकी तस्वीर को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया। इस अवसर पर प्रख्यात लेखक एवं कवि डाॅ. गुरभजन सिंह गिल, कृष्ण कुमार बावा, राजीव कुमार लवली, मलकीत सिंह दाखा, स. जगदेव सिंह जस्सोवाल जस्सोवाल के पोते अमरिन्दर सिंह जस्सोवाल और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने समाज में योगदान को याद किया।
लेखक एवं कवि डॉ. गुरभजन गिल एवं मालवा सांस्कृतिक मंच के संरक्षक कृष्ण कुमार बावा ने कहा कि स. जगदेव सिंह जस्सोवाल का जन्म 1935 में हुआ था। भले ही वह शारीरिक रूप से चले गए हों, लेकिन वह आज भी हमारे मन में मौजूद हैं। आज उनके जन्मदिन के मौके पर देश और प्रदेश से उनके शुभचिंतक यहां पहुंचे हैं। स. जस्सोवाल ने राजनीति से ज्यादा संस्कृति में योगदान दिया और प्रो प्रोफेसर मोहन सिंह मेले की शुरुआत 1978 में जसोवाल ने की थी। ऐसा कोई कलाकार नहीं होगा जो प्रोफेसर मोहन सिंह मेले में न आया हो। इस बीच, उन्होने जस्सोवाल द्वारा संस्कृति में दिए गए योगदान को याद किया।
इस अवसर पर प्रो. मोहन सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष राजीव कुमार लवली ने संस्कृति को बढ़ावा देने में स. जगदेव सिंह जस्सोवाल के योगदान को याद किया। साथ ही उनके जन्मदिन के अवसर पर यह घोषणा की गई कि फाउंडेशन हर साल स. जस्सोवाल के जन्मदिन के अवसर पर सांस्कृतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली हस्ती को सम्मानित भी करेगा।
इस दौरान कनाडा की धरती से विदेश यात्रा कर रहे होस्ट और न्यूज डायरेक्टर हरजिंदर सिंह थिंड को सम्मान चिन्ह भी भेंट किया गया। जिन्होंने स. जसोवाल की यादों को ताजा किया और कहा कि जसोवाल साहब की पहुंच विदेशों तक थी।
इस अवसर पर विक्रम स्वामी बीकानेर, प्रितपाल सिंह धालीवाल, प्रभशरण सिंह बराड़, गगनदीप सिंह सिद्धू, जगदीप गिल, एडवोकेट गुरजीत सिंह गिल, एडवोकेट रोबिन सिद्धु, जगदीश शर्मा, सर्वजीत सिंह विरदी, जसमेर ढट्ट, रघबीर सिंह, थिएटर आर्टिस्ट हेज़ल, परगट सिंह ग्रेवाल, जोगिंदर सिंह जंगी भी मौजूद थे।